CBSE का सबसे बड़ा बदलाव! अब 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार — जानिए पूरा सिस्टम।

CBSE 2026 कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा का नया पैटर्न, दो बार परीक्षा देने का अवसर, फरवरी और मई में बोर्ड एग्जाम की जानकारी।
CBSE बोर्ड अब देगा छात्रों को दूसरा मौका! 2026 से 10वीं की परीक्षा साल में दो बार – जानिए पूरा बदलाव और NEP 2020 से इसका क्या है कनेक्शन।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE)

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) भारत सरकार द्वारा संचालित एक राष्ट्रीय स्तर का शैक्षिक बोर्ड है, जो देशभर के सार्वजनिक और निजी स्कूलों से संबद्ध है। इसकी स्थापना 1929 में हुई थी, और वर्तमान में यह भारत के 27,000+ स्कूलों और 28 अन्य देशों के 240 स्कूलों से जुड़ा हुआ है। वर्तमान अध्यक्ष राहुल सिंह (IAS) हैं। CBSE, NCERT द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम का पालन करता है।

2026 से नया सिस्टम: अब साल में दो बार मिलेंगे बोर्ड देने के मौके!

CBSE ने घोषणा की है कि 2026 सत्र से कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जाएंगी:

पहला चरण (अनिवार्य) Compulsary

  • 🗓 तारीखें: 17 फरवरी से 6 मार्च 2026
  • 📌 सभी छात्रों के लिए अनिवार्य
  • 📊 परिणाम: अप्रैल में घोषित होंगे

दूसरा चरण (वैकल्पिक) Optional

  • 🗓 तारीखें: 5 मई से 20 मई 2026
  • ✅ सिर्फ उन्हीं छात्रों के लिए, जो अपने अंकों में सुधार करना चाहते हैं
  • 📊 परिणाम: जून में आएंगे

📌 महत्वपूर्ण: दोनों परीक्षाओं में से प्रत्येक विषय में बेहतर स्कोर को अंतिम अंक माना जाएगा।


किस-किस विषय में सुधार संभव है?

Internal Assessment केवल एक बार, पहली परीक्षा से पहले ही लिया जाएगा।

छात्र विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषाएँ — इन चार में से अधिकतम 3 विषयों में सुधार का मौका ले सकते हैं।


किसे मिलेगी विशेष छूट?

CBSE ने कुछ खास श्रेणियों के छात्रों को छूट देने का प्रावधान किया है:

  • 🏆 राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय खिलाड़ी
  • ❄️ सर्द/बर्फीले इलाकों के स्कूल
  • विशेष आवश्यकता वाले छात्र

ये छात्र अपनी सुविधा अनुसार परीक्षा का चरण चुन सकते हैं।


इस बदलाव का असली उद्देश्य क्या है?

यह कदम लिया गया है NEP 2020 (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) के तहत, जिसका उद्देश्य है:

  • 🧘‍♀️ परीक्षा का तनाव कम करना
  • 🎯 छात्रों को लचीलापन और दूसरा मौका देना
  • 🏫 कोचिंग पर निर्भरता को कम करना
  • 📈 समावेशी और छात्र-केंद्रित शिक्षा प्रणाली विकसित करना

👉 भविष्य में यही मॉडल कक्षा 12 पर भी लागू हो सकता है।

📌 NEP 2020 के बारे में अधिक जानकारी यहां पढ़ें:
🔗 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 – शिक्षा मंत्रालय


📌 और जानें:

  • ✅ पास होने के लिए 6 में से किसी 5 विषयों में 33% अंक जरूरी हैं
  • 📄 परीक्षा परिणाम: results.cbse.nic.in
  • 📚 स्टडी मैटेरियल: cbseacademic.nic.in


निष्कर्ष:

CBSE का यह दो-चरणीय परीक्षा सिस्टम एक “गोल्डन चांस” है — जहां छात्र बिना साल बर्बाद किए अपने स्कोर को बेहतर कर सकते हैं। यह शिक्षा को कम दबाव और ज्यादा अवसर की ओर ले जाता है।

📣 तो छात्रों और अभिभावकों, अब डरने की नहीं — समझदारी से तैयारी करने की बारी है!